ू नेशन थ्योरी यानी एक आतंकवादी सोच, जिसके आधार पर पाकिस्तान बना। इस आतंकवादी सोच वाले गिरोह के मुखिया थे मोहम्मद अली जिन्ना। जिन्ना गिरोह का कहना था कि इस खित्ते में हिंदू और मुसलमान एक साथ नहीं रह सकते, इसलिए मुसलमानों के लिए एक अलग देश होना चाहिए। इसके बाद बना ‘नापाक पाकिस्तान’।
जब से पाकिस्तान अस्तित्व में आया है तब से वह भारत से उलझता आ रहा है। पहले चार युद्ध किए, जिसमें उसे मुंह की खानी पड़ी, और जब युद्ध से पेट नहीं भरा तो अपनी धरती पर आतंकी कैंप स्थापित कर दिए। बेरोजगार और अनपढ़ बच्चों का माइंड वाॅश करके कैंपों में भर्ती की जाने लगी, यानी उन्हें आतंकवादी बनाया जाने लगा। धीरे-धीरे सैकड़ों की संख्या में आतंकवादी कैंप स्थापित हो गए। इन्हीं कैंपों से ट्रेनिंग लेकर निकले आतंकवादियों से भारत में आतंकवादी हमले करवाए जाते हैं। पाकिस्तान के इन आतंकी हमलों का भारत आज तक सामना कर रहा है।
बहरहाल, समय गुजरता रहा और आतंकी हमलों की फेहरिस्त लंबी होती रही। पहलगाम में तो इसकी इंतेहा हो गई। इसके बाद शुरू हुआ ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसके तहत भारतीय सेना पाकिस्तान के आतंकी सोच को कुचलने के लिए अभूतपूर्व हमला कर रही है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस बार पूरी दुनिया भारत के पक्ष में खड़ी है सिर्फ तुर्की और अजरबैजान को छोड़कर। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद उसका सबसे बड़ा सहयोगी चीन भी इस बार खुलकर समर्थन नहीं कर पा रहा है। अब ऐसे में भारत के शीर्ष नेतृत्व के द्वारा बिहार में बोले गए आदर्श वाक्य ‘आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे’ की सार्थकता सिद्ध कर देनी चाहिए, क्योंकि दुश्मन का समूलनाश करने का ऐसा अनुकूल समय कम मिलता है। इस बार की जंग में भारत की भौगोलिक स्थिति 1947 से पहले वाली होनी चाहिए, जिसके लिए राष्ट्र की आत्मा तड़प रही है। आखिरकार हम कब तक अपने लोगों की लाशें अपने हाथों से उठाते रहेंगे।
पाकिस्तान के द्वारा थोपे गए चार युद्ध–
*कश्मीर युद्ध (1947-48)–यह युद्ध तब शुरू हुआ जब पाकिस्तान समर्थित कबायली लड़ाके जम्मू कश्मीर में घुस आए थे, तब महाराजा हरि सिंह द्वारा भारत में विलय के बाद भारतीय सेना ने मोर्चा संभाला। युद्ध विराम के बाद कश्मीर दो हिस्सों में बंट गया।
1965 का युद्ध–5 अगस्त 1965 को पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत अपने सैनिकों को स्थानीय विद्रोही बनाकर जम्मू कश्मीर में भेजा। भारत ने जवाबी कार्यवाही की और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
बांग्लादेश मुक्ति युद्ध-(1971) पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान सेना द्वारा किए जा रहे नरसंहार और दमन के चलते भारत ने बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया। 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण किया और बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया।
कारगिल युद्ध-(1999) मई से जुलाई के बीच पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने कारगिल की ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया। यह जंग मई से जुलाई तक लड़ी गई थी। यह युद्ध 26 जुलाई1999 को भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ।
प्रमुख आतंकवादी हमले-
उरी हमला (2016)-18 सितंबर 2016 को उरी स्थित भारतीय सेना के कैंप पर आतंकियों ने हमला किया। इसके बाद 28- 29 सितंबर को भारतीय सेना ने पीओके में आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की और कई आतंकियों को मार गिराया।
पुलवामा हमला (2019)-14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इसके जवाब में 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश-ए- मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें सैकड़ों आतंकवादी मारे गए।
ऑपरेशन सिंदूर-7 मई 2025 को भारत ने पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिसमें सैकड़ों आतंकवादी मारे गए।
सारी स्थितियां भारत के पक्ष में—–
*वजह—जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 निर्दोष भारतीयों की आतंकवादियों द्वारा निर्मम हत्या।
*देश की वर्तमान स्थिति—आर्थिक व सामरिक रूप से मजबूत। पाकिस्तान और चीन से एक साथ लड़ने की क्षमता।
*समर्थन—इसराइल सहित पूरी दुनिया का अभूतपूर्व समर्थन।
*देश के अंदर की स्थिति—राजनीतिक रूप से पक्ष- विपक्ष सहित भारत की 140 करोड़ जनता की एक ही आवाज– पाकिस्तान का वजूद समाप्त होना चाहिए।
लक्ष्य —आतंकवाद का समूलनाश और पाकिस्तान का भूगोल बदल कर भारत में मिला लेना।