अक्षर संवाद

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साहित्य-समाज

बुद्ध ने कहा था -मनुष्य वस्तुतः विचारों का पुंज है

बुद्ध ने आध्यात्मिक आवश्यकता को सर्वोपरि माना जिसके आधार पर उन्हें ऐसी शक्तियां प्राप्त हुईं,जिसके द्वारा वे सामान्य व्यक्तियों की श्रेणी से उपर उठकर ईश्वर तुल्य बन गए।मनुष्य वस्तुतः विचारों का पुंज हैं।उसके दृष्टिकोण के आधार पर ही उसके बाहरी…